Editorial

Corona vaccination debate on Social Media*:- Useless debate on corona vaccination on social media and national media*

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Corona vaccination debate on Social Media*:- Useless debate on corona vaccination on social media and national media*

Tct chief editor

#bksood कोरोना वैक्सीन पर आजकल बहुत बहस हो रही है मेरे हिसाब से कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए उसका विरोध भी वही लोग कर रहे हैं जिन्होंने वैक्सीन लगाने के लिए मंत्रियों से फोन करवाए थे कि हमें वैक्सीन लगवा दो…

देखिए जी एक बात आप सही से समझ लीजिए कि किस दवाई का क्या साइड इफ़ेक्ट होगा और विशेष रूप से आपदा काल में तो उसके विषय में कोई भी भविष्यवाणी नहीं कर सकता था।
हो सकता है भारत ने वैक्सीन लगवा कर गलती की हो लेकिन पूरे विश्व ने ही गलती की क्या???
पूरा विश्व इस वैक्सीन के लिए दिन-रात एक दूसरे के से आगे निकलने की होड़ में लगे हुए थे कि किस देश में वैक्सीन कितनी जल्दी लगती है और कितने लोगों को लगती है ।
क्या पूरा विश्व ही गलत था ?या पूरे विश्व भर के नेता सिर्फ वोट की राजनीति कर रहे थे?
यह कहना सरासर गलत होगा कि वैक्सीन की वजह से ही साइड इफेक्ट आ रहे हैं और मोतें हो रही हैं ।मौत का कारण कुछ और भी हो सकता है जिसकी समीक्षा और विवेचना अधिक जरूरी है ना कि विरोध और अंधभगति या चमची अधिक जरूरी है।
आपदा में सभी लोग सबसे पहले वैक्सीन लगवाने की कोशिश में थे कि मुझे वैक्सीन लग जाए मेरा पड़ोसी छूट जाए कोई बात नहीं ,और उसके लिए हमने साम दाम दंड भेद की नीति पूरी अपनाई, जिसकी जितनी पहुंच थी उसने उतने फोन करवाई और वैक्सीन लगवाई ।
इसमें से मैं भी हूं हमने भी फोन करवा कर ही जबरदस्ती वैक्सीन लगवाई थी ।मैं वैसे हार्ट पेशेंट हूं लेकिन ईश्वर की दया से मुझे आज तक एक भी साइड इफेक्ट नहीं आया इसका क्या मतलब है? इसका यह मतलब नहीं की वैक्सीन के साइड इफेक्ट नहीं है ,और इसका यह भी मतलब नहीं की वैक्सीन के ही साइड इफेक्ट नही है जिससे हार्ट या ब्रेन स्ट्रोक हो रहे हैं ।

खैर यह तो फिजूल की बहस है जो मैं कर रहा हूं क्योंकि इस विषय में डॉक्टर लोग ही अधिक विशेषज्ञ राय दे सकते हैं और डॉक्टर भी वह जो निष्पक्ष हो। इस विषय को पॉलिटिकल विधा बनाकर सिर्फ मेडिकल विद्या पर ही रहने दे तो ज्यादा बेहतर होगा क्योंकि मुझ जैसे अनपढ़ लोग भी मेडिकल के बारे में अपनी एक्सपर्ट राय देना शुरू कर देते हैं, जो सही नहीं है ।और सोशल मीडिया का क्या कहना वह तो आजकल डीप फेक में हर कुछ सब कुछ कर लेता है।

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