*Tricity times afternoon news bulletin 24 november 2022*
Tricity times afternoon news bulletin 24 november 2022
ट्राई सिटी टाइम्स अपराह्न समाचार बुलेटिन
24 नवम्बर 2022
गुरुवार
संकलन : नवल किशोर शर्मा
1) सुप्रीम कोर्ट में EWS आरक्षण पर पुनर्विचार याचिका दायर, संविधान पीठ ने बरकरार रखा था रिजर्वेशन
2) सर्वोच्च न्यायालय का चुनाव आयुक्त की नियुक्ति में दखल, अरुण गोयल की नियुक्ति संबंधी फाइल मांगी
3) नेपाल चुनाव: युवा इंजीनियर उम्मीदवार पर भारी पड़े PM देउबा, लगातार 7वीं बार जीते
4) गुजरात में कांग्रेस पर जमकर बरसे PM मोदी, बोले- वोट बैंक की राजनीति ने देश को बर्बाद किया
5) अग्नि-3 मिसाइल का सफल परीक्षण, 3500 किमी है मारक क्षमता
6) आतंकी बम धमाकों से दहला इजरायल, एक की मौत 21 घायल, रिमोट से उड़ाया बस स्टॉप
7) 1971 की जंग में भारत से हार पर पाकिस्तानी आर्मी चीफ ने बोला झूठ, कहा- मिलिटरी नहीं राजनीतिक विफलता जिम्मेदार
8) पाकिस्तान की राजनीति में सेना का ‘दखल’, आर्मी चीफ जनरल बाजवा ने कबूला सच
9) जाकिर नाइक को FIFA वर्ल्ड कप में किसने बुलाया? कतर ने दी सफाई
10) असम बॉर्डर पर हिंसक झड़प के बाद आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे मेघालय के सीएम
11) गुजरात इलेक्शन 2022: अशोक गहलोत का दावा, ‘गुजरात में बीजेपी की हालत खराब, चौंकाने वाले हो सकते हैं नतीजे’
12) गहलोत-पायलट में फिर टकराव:राहुल की यात्रा की तैयारियों पर हुई मीटिंग में दूर-दूर बैठे
13) ‘मिशन मंगल’ जैसी फिल्मों के दिग्गज अभिनेता विक्रम गोखले का निधन, 82 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
14) दिल्ली AIIMS का सर्वर कल से डाउन:जांच करने पहुंची केंद्रीय एजेंसियां, साइबर अटैक की आशंका
15) कर्नाटक में धर्म परिवर्तन के लिए नाबालिग से रेप:स्मार्टफोन देकर 8वीं क्लास की स्टूडेंट से दोस्ती की; आरोपी एक बच्चे का बाप
16) रूस यूक्रेन युद्ध : कीव पर रूसी मिसाइलों का हमला, तीन की मौत, कई शहरों की बिजली गुल
17) रेल्वे न्यूज : पश्चिम मध्य रेलवे ने सात माह में कमाए 43 अरब 74 करोड़ रुपये, यात्री सुविधाओं पर खर्च होंगे
18) श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब पूनावाला का पॉलीग्राफ टेस्ट टला
19) स्पेन vs कोस्टा रिका : स्पेन ने विश्व कप में अपनी सबसे बड़ी जीत हासिल की, कोस्टारिका को 7-0 से रौंदा
20) फीफा वर्ल्डकप में एक और उलटफेर, जापान ने चार बार के चैंपियन जर्मनी को हराया
21) बांग्लादेश दौरे के वनडे सीरीज से बाहर हुए रविंद्र जडेजा, कप्तान रोहित समेत शाहबाज, कुलदीप सेन की हुई वापसी
1)) राजस्थान : गहलोत कैबिनेट की अहम बैठक आज
मुख्यमंत्री गहलोत की अध्यक्षता में आज शाम 7 बजे होगी बैठक, कार्मिक, वित्त, पर्यटन और गृह विभाग से जुड़े एजेंडों पर होगी चर्चा
2)) कौन होगा राजस्थान कांग्रेस का नया प्रभारी ?, कई नामों पर आलाकमान कर रहा विचार, अब जानकार सूत्रों के हवाले से खबर, कुमारी शैलजा दौड़ में सबसे आगे
3))आंध्र प्रदेश को मिला नया कांग्रेस अध्यक्ष
जीआर राजू को बनाया आंध्र प्रदेश PCC चीफ, वर्किंग कमिटी और PCC टीम का ऐलान, 4 कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए, AICC चीफ खड़गे के निर्देश पर KC वेणुगोपाल का ऐलान
4)) ‘सेना PoK लेने को तैयार बस आदेश का इंतजार’, उत्तरी कमान के प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी का बड़ा बयान
पाक अधिकृत कश्मीर पर कुछ दिन पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा बयान दिया था. जोर देकर कहा गया था कि पीओके फिर अपने कब्जे में लिया जाएगा. अब रक्षा मंत्री के बयान पर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने अपनी प्रतिक्रिया दे दी है. उनकी तरफ से साफ कहा गया है कि सरकार का जो भी निर्देश रहेगा, उसका पालन किया जाएगा.
नई दिल्ली,
पाक अधिकृत कश्मीर पर कुछ दिन पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा बयान दिया था. जोर देकर कहा गया था कि पीओके फिर अपने कब्जे में लिया जाएगा. अब रक्षा मंत्री के बयान पर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने अपनी प्रतिक्रिया दे दी है. उनकी तरफ से साफ कहा गया है कि सरकार का जो भी निर्देश रहेगा, उसका पालन किया जाएगा.
उत्तरी कमान के प्रमुख ने दिए बड़े संकेत
वे कहते हैं कि हम कोई भी कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं, जैसा सरकार का निर्देश रहेगा, उसी हिसाब से काम किया जाएगा. उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान को भी चेतावनी जारी की है. कहा गया है कि सीजफायर का अगर उल्लंघन किया जाएगा तो उसे मुंहतोड़ जवाब मिलेगा. दोनों देशों की जिम्मेदारी है कि सीमा पर शांति बने रहे, लेकिन अगर पाकिस्तान कोई कदम उठाएगा तो उसे अंजाम भुगतने के लिए भी तैयार रहना होगा.
अब जानकारी के लिए बता दें कि कुछ दिन पहले राजनाथ सिंह जम्मू-कश्मीर दौरे पर गए थे. उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में उसने (पाकिस्तान) जो किया है, उसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. पाकिस्तान अपने कब्जे वाले कश्मीर में लोगों पर ‘अत्याचार’ कर रहा है और उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे. उन्होंने आगे कहा कि हमने कश्मीर का विकास कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक हम गिलगित-बाल्टिस्तान नहीं पहुंच जाते.
टारगेट किलिंग पर क्या बोले?
अब रक्षा मंत्री के उसी बयान पर उपेंद्र द्विवेदी ने ये बात कही है. इससे पहले भी समय-समय पर सेना की तरफ से हुंकार भरी गई है. कुछ दिन पहले चिनार कॉप्स ने भी इसी दिशा में एक बड़ा बयान दिया था. साफ कहा गया था कि सरकार के आदेश का इंतजार है, कार्रवाई तुरंत की जाएगी.
वैसे लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने जम्मू-कश्मीर में हो रही टारगेट किलिंग पर भी प्रतिक्रिया दी है. उनकी तरफ से कहा गया है कि आतंकी इस समय बौखला गए हैं, इसी वजह से निहत्थे लोगों पर गोलियां चलाई जा रही हैं. लेकिन उनके मंसूबों को कभी भी पूरा नहीं होने दिया जाएगा. लेफ्टिनेट जनरल ने इस बात पर भी जोर दिया कि घाटी में युवाओं को रेडिक्लाइज नहीं होने दिया जा सकता. उन्हें शिक्षित करना जरूरी है. उन्हें आतंक की राह पर जाने से रोकना होगा..
5)) ‘कई चुनाव आयुक्त हुए… टीएन शेषन कभी-कभार ही होते हैं’, जब SC में हुआ पूर्व CEC का जिक्र
पूर्व चुनाव आयुक्त टीएन शेषन की चर्चा करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि संविधान ने मुख्य चुनाव आयुक्त और दो चुनाव आयुक्तों के “नाजुक कंधों” पर भारी शक्तियां समाहित की हैं और सुप्रीम कोर्ट चाहता है कि टी एन शेषन जैसे मजबूत चरित्र का व्यक्ति देश का मुख्य चुनाव आयुक्त बने.
नई दिल्ली,
चुनाव आयोग की शक्तियों की बात करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने देश के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त रहे टीएन शेषन की याद दिला दी. मंगलवार को एक मामले पर जिरह के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि देश में कई मुख्य चुनाव आयुक्त हुए हैं, लेकिन टी एन शेषन कभी-कभार ही होते हैं. हम नहीं चाहते हैं कि उसे कोई उसे दबाए.
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि संविधान ने मुख्य चुनाव आयुक्त और दो चुनाव आयुक्तों के “नाजुक कंधों” पर भारी शक्तियां निहित कर दी हैं और सुप्रीम कोर्ट चाहता है कि दिवंगत टी एन शेषन जैसे मजबूत चरित्र का व्यक्ति देश का मुख्य चुनाव आयुक्त बने.
बता दें कि टी.एन. शेषन तमिलनाडु कैडर से 1955 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के ऑफिसर थे. टी. एन. शेषन ने भारत के 18वें कैबिनेट सचिव के रूप में 27 मार्च 1989 से 23 दिसंबर 1989 तक सेवा दी. वो 12 दिसंबर 1990 से 11 दिसंबर 1996 को भारत के मुख्य चुनाव बने और 11 दिसंबर 1996 तक इस पद पर रहे.
मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में टीएन शेषन की संवैधानिक दायित्वों के प्रति दबंगई ने चुनाव आयोग को नई पहचान दी. इसी दौरान बिहार में विधानसभा चुनाव हुए. सीईसी के रूप में उनकी सख्ती मिसाल बन गई. शेषन ने चुनाव सुधारों की शुरुआत बिहार से की. तब बिहार बूथ कैप्चरिंग के लिए बदनाम था. शेषन ने चुनाव में केंद्रीय बलों की तैनाती करवाई और बूथ कैप्चरिंग और हिंसा को रोकने में कामयाब रहे.
सुप्रीम कोर्ट में टीएन शेषन के काम का जिक्र
मंगलवार को चुनाव आयोग की स्वायत्तता पर सुप्रीम कोर्ट में 5 जजों की बेंच में सुनवाई हुई. जस्टिस केएम जोसेफ की अध्यक्षता में हुई इस सुनवाई के दौरान उन्होंने कहा कि कोर्ट की कोशिश है कि वो एक सिस्टम तैयार किया जाए कि ‘बेस्ट मैन; मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में चुना जाए.
चुनाव आयोग के नाजुक कंधों पर भारी शक्तियां
जस्टिस अजय रस्तोगी, अनिरुद्ध बोस, ऋशिकेष राय और सीटी रविकुमार की बेंच ने कहा कि ‘देश में कई सीईसी रह चुके हैं और टी एन शेषन कभी-कभार ही होते हैं. हम नहीं चाहते कि कोई इसे दबाने की कोशिश करे. संविधान ने इन तीन लोगों (2 चुनाव आयुक्त, 1 मुख्य चुनाव आयुक्त) के नाजुक कंधों पर भारी शक्तियां दी है. हमें CEC के पद के लिए सर्वोत्तम व्यक्ति को खोजना है. सवाल यह है कि हम उस बेस्ट व्यक्ति को कैसे चुनें और उसे कैसे नियुक्त करें.’
कोर्ट ने केंद्र की तरफ से पेश हो रहे अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी से कहा कि महत्वपूर्ण बात यह है कि हम अच्छी प्रक्रिया अपनाते हैं ताकि सक्षम व्यक्ति के अलावा मजबूत चरित्र का कोई शख्स ही सीईसी के रूप में नियुक्त किया जा सके.
सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति की नियुक्ति पर किसी को आपत्ति नहीं
वेंकटरमणी ने कहा कि सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति की नियुक्ति पर किसी को आपत्ति नहीं है, लेकिन सवाल यह है कि यह कैसे किया जा सकता है.
सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा कि 1990 से ही मुख्य चुनाव की नियुक्ति पर आवाज उठ रहे हैं. एक बार तो बीजेपी के वरिष्ठ नेता एल के आडवाणी ने चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के लिए कॉलेजियम जैसे सिस्टम की पैरवी करते हुए चिट्ठी लिखी थी.
बता दें कि 23 अक्टूबर, 2018 को, शीर्ष अदालत ने सीईसी और ईसी के चयन के लिए कॉलेजियम जैसी प्रणाली की मांग करने वाली एक जनहित याचिका को आधिकारिक निर्णय के लिए पांच जजों की संविधान पीठ को भेज दिया था.
6)) CEC की नियुक्ति के लिए कॉलेजियम प्रणाली का विरोध
17 नवंबर को, केंद्र ने सीईसी और ईसी के चयन के लिए कॉलेजियम जैसी प्रणाली की मांग करने वाली याचिकाओं का जोरदार विरोध किया था, और कहा था कि इस तरह का कोई भी प्रयास संविधान में संशोधन करने जैसा है.
बता दें कि वर्ष 2004 से कोई भी मुख्य चुनाव आयुक्त अपने 6 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर सका है. अदालत ने अपनी टिप्पणी में इस बात को रेखांकित किया. कोर्ट ने कहा, ” 2004 के बाद से, किसी भी सीईसी ने छह साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है और यूपीए सरकार के 10 साल के शासन के दौरान छह सीईसी थे और एनडीए सरकार के आठ वर्षों में आठ सीईसी हुए हैं.”
सीईसी की नियुक्ति पर अदालत ने कहा कि वह यह नहीं कह सकती है कि वह असहाय है और कुछ भी नहीं कर सकती है और ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए जो ईसी और सीईसी की नियुक्ति की वर्तमान संरचना से अलग हो..
7)) “कुल्हड़ पिज़्ज़ा” दंपत्ति ने खिलौना बंदूक से बनाई वीडियो, गिरफ्तार
जालंधर पुलिस ने कुल्हड़ पीजा बेचकर मशहूर हुए उजाला नगर के सहज अरोड़ा और उनकी पत्नी गुरप्रीत कौर को गिरफ्तार किया। बाद में दोनों को जमानत पर छोड़ दिया गया। एसएचओ-4 मुकेश कुमार ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ धारा-188 के तहत केस दर्ज किया गया है। मंगलवार रात सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद एएसआई सुच्चा सिंह की स्टेटमेंट पर एक्शन लिया गया। पूछताछ में दंपती ने दावा किया कि वीडियो 15 दिन पुरानी है। शॉप पर उनके परिचित मैक्लोडगंज से आए थे। उनके पास दो खिलौना बंदूकें थीं। उनकी बंदूकें लेकर वीडियो बनाई थी। एसएचओ ने कहा कि पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।.
8)) पार्सपोर्ट पर नाम के साथ सरनेम नहीं हुआ तो भारतीयों को नहीं मिलेगी दुबई में एंट्री, बदला गया ये नियम
नई दिल्ली:अगर आप भी दुबई की यात्रा पर जाने के प्लान बना रहे है तो आपको दुबई में जाने से पहले वहां के नियमों के बारे में जानना जरूरी है, नहीं तो आपको एयपोर्ट से ही वापिस लौटाया जा सकता है। दुबई ने अपने देश में एंट्री के लिए कई तरह के नियमों में बदलाव किया है। बदलाव के कारण कई यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सोमवार को एयर इंडिया एक्सप्रैस ने घोषणा की थी कि संयुक्त अरब अमीरात और भारत के बीच आवागमन करने वाले यात्रियों के पासपोर्ट पर प्राइमरी (first name) और secondary name (surname) होने ही चाहिए।
संयुक्त अरब अमीरात के अधिकारियों ने ट्रेड पार्टनर इंडिगो एयरलाइंस को बताया कि पासपोर्ट पर एक ही नाम वाले यात्री जो किसी पर्यटक, यात्रा या किसी अन्य प्रकार के वीजा पर यात्रा कर रहे हैं, उन्हें सोमवार से संयुक्त अरब अमीरात से/आने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
रिपोर्ट के मुताबिक कई भारतीय यात्री को एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया क्योंकि उनके पासपोर्ट पर केवल फर्स्ट नेम ही था। कई लोगों ने बताया कि उनके परिजन इस नियम की वजह से इधर-उधर अटक गए हैं। उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी हमें पहले ही देनी चाहिए और हमें समय भी देना चाहिए ताकि चीजों को सही किया जा सके।.
9))मेट्रो पर चंडीगढ़ के राजनीतिक दलों की राय, सांसद खेर के ना से भाजपा की बढ़ी मुश्किलें, कैंथ ने साधा निशाना!
चंडीगढ़ में मेट्रो चाहिए या नहीं, यह इस समय सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है। शहर में इसी बात पर चर्चा का माहौल गर्म है। चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर मेट्रो प्रोजेक्ट के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने सलाहकार समिति की बैठक में साफ तौर पर कहा था कि शहर में मेट्रो के बयाज पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन के लिए बस सर्विस को ज्यादा सुदृढ़ किया जाए।
भाजपा सांसद की इस बात से पार्टी नेताओं की मुश्किलें बढ़ गई हैं। क्योंकि अधिकतर शहरवासी शहर में मेट्रो प्रोजेक्ट के समर्थन में हैं। लोग शहर में रोजाना लग रहे ट्रैफिक जाम परेशान खासे हैं। लोगों का मानना है कि चंडीगढ़ में मेट्रो शुरू होने से भविष्य में ट्रैफिक जाम की बड़ी समस्या से निजात मिलेगी।
प्रशासन के अधिकारी भी मेट्रो के समर्थन में हैं। भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेता सत्यपाल जैन और संजय टंडन ने भी सलाहकार समिति की बैठक में मेट्रो प्रोजेक्ट का समर्थन किया है। सांसद किरण खेर का मानना है कि इतने महंगे प्रोजेक्ट के लिए फंड कहां से आएगा। खेर के मेट्रो प्रोजेक्ट का समर्थन न करने से शहर के लोगों के साथ-साथ विपक्षी दल भी सांसद के पक्ष का विरोध कर रहे हैं।
शहरवासी भाजपा नेताओं से भी सवाल जवाब कर रहे हैं।भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद का कहना है कि राजनेता या आम लोगों से नहीं बल्कि एक्सपर्ट को तय करना चाहिए कि शहर में मेट्रो या अन्य ट्रासपोर्ट सिस्टम में से शहर के लिए क्या ज्यादा जरूरी है।.