

*मिलिए हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से*

हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हो गया तथा रिवाज भी जारी रहा ,रिवाज बदला तो केवल यह कि कांग्रेस में राजा वीरभद्र सिंह के खानदान से बाहर के व्यक्ति एक आम कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री के पद पर बैठने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है ।
नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कांग्रेस पार्टी के एक आम कार्यकर्ता के रूप में राजनीति में आए तथा लंबे संघर्ष और उतार-चढ़ाव के बाद आज सत्ता के शिखर पर पहुंच गए। उनके संघर्ष के बहुत लंबी कहानी है उन्होंने कभी सिद्धांतों से समझौता नहीं किया और किसी गलत फैसले के आगे दबाव में नहीं आए तथा सही का साथ देते रहे। पार्टी में पदाधिकारी रहते हुए उन्हें कई बार कई समस्याओं और दबावों का सामना करना पड़ा लेकिन वह अपने सिद्धांतों पर डटे रहे।
पार्टी के राज्य अध्यक्ष के रूप में भी उन्हें कई बार कई तरह के अनचाहे दबाव आए परंतु उन्होंने उनके आगे झुकने की बजाए अपने सिद्धांतों पर चलना बेहतर समझा और सत्य की राह पर चलते हुए आज वह इस मुकाम तक पहुंच पाए हैं। यही कारण रहा की दबाव की राजनीति ना खेल कर उन्होंने जो अपनी स्वच्छ छवि बनाई और उसी की वजह से आज उन्हें इतना समर्थन मिल पाया है, हालांकि उनकी राह अभी भी आसान नहीं है और कई तरह के दबाव आ सकते हैं परंतु उम्मीद है कि वह अपने सिद्धांतों पर कायम रहेंगे और दबाव की राजनीति को दरकिनार कर सत्य का साथ देंगे लोगों की सेवा करेंगे और आम जनमानस के आकांक्षाओं पर खरे उतरेंगे ।
सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के एक साधारण परिवार से आते हैं उनके पिता श्री रसील सिंह हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम में बतौर चालक कार्यरत थे ।सुखविंदर सुक्खू का जन्म हमीरपुर जिले की नादौन तहसील के सैरा गांव में 26 मार्च 1964 को हुआ इनकी माता का नाम श्रीमती संसार देई है जो और संघर्षशील सफल गृहिणी हैं।
चार भाई-बहनों में सुखविंदर सिंह सुक्खू दूसरे नंबर पर हैं। बड़े भाई राजीव सेना से रिटायर हैं दो छोटी बहनों की शादी हो चुकी है। 11 जून 1998 को सुखविंदर सिंह सुक्खू की शादी कमलेश ठाकुर से हुई। इनकी दो बेटियां हैं जो दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर रही हैं।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नादौन के सरकारी स्कूल मे प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की और इसके बाद उन्होंने शिमला विश्वविद्यालय से एमए और एलएलबी तक की शिक्षा हासिल की।
उच्च शिक्षा प्राप्त करते हुए छात्र नेता के रूप में उन्होंने अपना राजनीतिक जीवन एनएसयूआई से शुरू किया ।संजौली कॉलेज में उन्होंने क्लास के प्रतिनिधि के रूप में नेतृत्व किया तथा 1981 में कॉलेज छात्र यूनियन के महासचिव व उसके बाद कॉलेज छात्र यूनियन के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की ।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में कानून की पढ़ाई के दौरान वर्ष 1985 में विश्वविद्यालय में अपने विभाग के प्रतिनिधि चुने गये।
वर्ष 1989 से 1995 तक सुखविंदर संह सुक्खू एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष रहे। इसके बाद तीन साल तक वे प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव रहे। वर्ष 1998 में उन्हें प्रदेश युवा कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया और इस पद पर वे लगातार दस साल तक रहे। किस पद पर रहते हुए उन्होंने युवा कांग्रेस में एक नई जान फूंकी सुस्त पड़े कार्यकर्ताओं को एक नया उत्साह दिया ।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वर्ष 1992 में शिमला नगर निगम के पार्षद पद का चुनाव लड़ा और लगातार दो बार विजयी हुए। पार्षद रहते हुए आने शिमला शहर की कई ज्वलंत समस्याओं को उठाया और उनका समाधान किया।
वर्ष 2008 में उन्हें प्रदेश कांग्रेस कमेटी का महासचिव बनाया गया जिसपर वे चार साल तक रहे। वर्ष 2013 की शुरुआत में उन्हें प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया। 2019 तक इस पद पर रहते हुए उन्होंने कई उतार-चढ़ाव देखे परंतु अपने कर्मठता इमानदारी और पार्टी के हित को सर्वोपरि रखकर इस कार्यकाल को सफलतापूर्वक पूर्ण करने में सफल हुए।
वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में सुखविंदर सिंह सुक्खू नादौन सीट से विधायक चुने गये दिसंबर 2007 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें क्षेत्र की जनता ने फिर से विजयी बनाया। बताओ और विधायक उन्होंने अपने क्षेत्र की तथा हिमाचल प्रदेश की विभिन्न समस्याओं को प्रमुखता से विधानसभा में उठाया इस बीच उन्हें पार्टी का चीफ व्हिप भी बनाया गया। वर्ष 2017 में फिर से नादौन विधानसभा का टिकट मिला और वह तीसरी बार चुनकर विधानसभा पहुंचे। इस कार्यकाल के दौरान भी उन्होंने प्रदेश और अपने क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को विधानसभा में प्रमुखता से उठाया तथा लोगों के हर उचित कार्य करवाने में सफल रहे।
वर्तमान विधानसभा के 2022 में हुए चुनाव के दौरान उन्होंने बड़े अच्छे मार्जिन से चुनाव जीता तथा वह चौथी बार विधायक चुने गए। कांग्रेस पार्टी को बहुमत प्राप्त हुआ तथा लंबी कशमकश, जद्दोजहद के बाद उन्हें चौहदवीं विधानसभा का 15 वा मुख्यमंत्री चुन लिया गया। आज 11 दिसम्बर को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली जिसमें प्रियंका गांधी राहुल गांधी और कांग्रेस के अध्यक्ष खड़गे मौजूद रहे।
ट्राइसिटी टाइम्स की तरफ से हिमाचल के नए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।💐