Golok Express
प्रिय पाठको जैसा की आपको विदित है हम संपूर्ण स्वास्थ्य और संपूर्ण खुशी नामक मॉडल के पहले और दूसरे अंक यानी आध्यात्मिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में चर्चा कर चुके हैं आज हम तीसरे अंक यानी शारीरिक स्वास्थ्य के बारे में चर्चा करेंगे कि अगर हमारा आध्यात्मिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा होगा तो वह किस प्रकार हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को विकसित करने में हमारी मदद करता है |
3. शारीरिक स्वास्थ्य : –
जब हम असंतुलित जीवन जीते हैं और नकारात्मक आदतें विकसित करते हैं जैसे कि ज्यादा खाना , ज्यादा सोना, अस्वास्थ्यकर भोजन करना आदि , तो हमारा शरीर अस्वस्थ हो जाता है | हालांकि हम सब पूरी तरह से जानते हैं कि हमें व्यायाम करना चाहिए या सुबह की सैर करनी चाहिए , खूब पानी पीना चाहिए , संतुलित व पोषक भोजन और फल आदि खाना चाहिए और अच्छी आदतों की यह सूची अंतहीन है |
लेकिन हर बार जब भी हम ऐसी अच्छी आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की कोशिश करते हैं , हम असफल हो जाते हैं और इसका मुख्य कारण हमारी नाजुक और कमजोर इच्छाशक्ति है | यदि हमारा मानसिक स्वास्थ्य अच्छा होगा तो हम अपने आप नियमों की पालन करने की वांछित शक्ति और सामर्थ्य पा लेंगे जिन्हें हम अपनी दिनचर्या का अहम हिस्सा बनाना चाहते हैं |
यदि हम जल्दी उठने में सक्षम हो जाते हैं , दैनिक व्यायाम करने के लिए सुबह की सैर के लिए अपना समय बना लेते हैं तो धीरे-धीरे समय के साथ हमारे शारीरिक स्वास्थ्य में स्पष्ट रूप से सुधार आ जाएगा |
प्रिय पाठको अगले लेख में हम संपूर्ण स्वास्थ्य और संपूर्ण खुशी मॉडल के चौथे अंक यानी कि पारिवारिक स्वास्थ्य के बारे में चर्चा करेंगे कि पारिवारिक स्वास्थ्य क्या होता है ? आध्यात्मिक स्वास्थ्य , मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक स्वास्थ्य हमारी पारिवारिक स्वास्थ्य को मजबूत करने में कैसे सहयोग करता है? अगर आप भी हमारी तरह घर बैठे बैठे सत्संग श्रवण कर अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं तो यूट्यूब पर गोलोक एक्सप्रेस नामक चैनल को सब्सक्राइब कीजिए | आपको सोमवार से शुक्रवार सुबह 5:30 से 6:30 a.m. लाइव सत्संग मिलेगा जिसमें सोमवार को महान कवियों द्वारा रचित दोहों की व्याख्या की जाती है , मंगलवार को रामायण की कथा, बुधवार वीरवार और शुक्रवार को श्रीमद्भागवत गीता का अध्ययन करवाया जाता है तथा शनिवार और रविवार को रात 8:00 बजे समग्र शिक्षा के ऊपर सत्संग करवाया जाता है | आप फेसबुक पर भी गोलोक एक्सप्रेस नामक पेज पर जाकर सत्संग का लाभ उठा सकते हैं तथा 70183 26121 पर संपर्क करके भी अपने वक्त और सुविधा अनुसार घर बैठे बैठे श्रीमद्भागवत गीता का अध्ययन कर सकते हैं|
ना शस्त्र पर ना शास्त्र पर ना ही किसी युक्ति पर मेरा जीवन तो आश्रित है प्रभु केवल और केवल आपकी कृपा शक्ति पर 🙏🙏🙏
गोलोक एक्सप्रेस में आइए दुख दर्द भूल जाइए एबीसीडी की भक्ति में लीन होकर नित्य आनंद पाइये 🙏🙏🙏🙏
https://youtu.be/lS7e-Cpwqdw
बहुत ही सुंदर एवं सूचनाप्रद आर्टिकल! जीवन शैली में नियममता अच्छे स्वास्थ्य के लिए उसी तरह से आवश्यक है जैसे जीवन के लिए हवा पानी आवश्यक है! यह हमारी समझ पर निर्भर करता है हम इ इसकी महत्ता को जीवन में अपनाते है या नहीं! धन्यवाद ज्ञान प्रदान करने के लिए 🙏🌹🙏🌹