(#क्या_कल्पना_सोरेन_होगी_झारखंड_की_राबडी_देवी?)
30 अगस्त 2022- (#क्या_कल्पना_सोरेन_होगी_झारखंड_की_राबडी_देवी?)-
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर चुनाव आयोग की सिफारिश और गवर्नर के अनुमोदन के बाद उनकी विधायकी रद्द होना तय है। स्मरण रहे कि हेमंत सोरेन ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए खनन का पट्टा अपने नाम पर बतौर खनन मंत्री स्वयं को आबंटित कर लिया था। अब खनन केस मे प्राप्त चुनाव आयोग की सिफारिश के बाद राँची की सियासत गर्म है और सोरेन की अगली रणनीति पर कयास लगाए जा रहे है। विश्लेषकों का अनुमान है कि यदि सोरेन को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिलती तो हेमंत सोरेन बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के पदचिन्हो पर अग्रसर हो सकते है। यानी कि वह राबडी देवी की तर्ज पर अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को झारखंड की सत्ता सौंप सकते है।
स्मरण रहे जब लालू प्रसाद यादव का नाम चारा घोटाले मे उभरा था और उन्हे मुख्यमंत्री के पद से त्यागपत्र देने के लिए मजबूर होना पड़ा था तो उन्होने बिहार जैसे बड़े राज्य की सत्ता अपनी पत्नी को सौंप दी थी। हांलाकि उस समय राबड़ी देवी की शिक्षा और क्षमता को लेकर बहुत से प्रश्न मीडिया और विरोधियों ने खड़े किए थे। प्रतिष्ठित अंग्रेजी दैनिक की रिपोर्ट के अनुसार कल्पना सोरेन के गांव जो कि उड़ीसा मे है मे तो इन संभावनाओं के मद्देनजर बहुत उत्साह का माहौल है और खुशियां मनाई जा रही है। मेरे विचार मे इस प्रकार चोर दरवाजे और कानून की कमजोर खिड़की का सहारा लेते हुए अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बनाना लोकतंत्र का उपहास होगा क्योंकि हेमंत सोरेन द्वारा प्राप्त खनन पट्टे की अप्रत्यक्ष लाभार्थी कल्पना सोरेन भी है। अब यह देखना भी दिलचस्प होगा कि झारखंड के सत्तारूढ़ गठबंधन की सांझीदार कांग्रेस हेमंत सोरेन की इस रणनीति का हिस्सा बनती है या नहीं।
#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते है।