*Tricity times morning news bulletin 18 September 2022*
Tricity times morning news bulletin 18 September 2022
ट्राई सिटी टाइम्स प्रातः कालीन समाचार
आज 18 सितम्बर, 2022 रविवार आश्विन माह के कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि है | आश्विन कृष्ण पक्ष अष्टमी, राक्षस संवत्सर विक्रम संवत 2079, शक संवत शुभकृत् 1944, भाद्रपद |आज है मध्य अष्टमी
संकलन : नवल किशोर शर्मा
1) 72 साल के हुए PM नरेंद्र मोदी: 3036 दिन प्रधानमंत्री रहने वाले पहले गैर-कांग्रेसी; 8 साल में 67 विदेशी दौरे किए।
2) पीएम मोदी का जन्मदिन आज, बधाईयों का लगा तांता, राष्ट्रपति मुर्मू, राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने दी बधाई।
3) पीएम मोदी का 72वां जन्मदिन, राजनाथ बोले- आपके नेतृत्व में भारत की प्रतिष्ठा और स्वाभिमान को नई ऊंचाई मिली।
4) पीएम मोदी को जन्मदिन पर मिल रहीं शुभकामनाएं, नड्डा बोले- आपने भारत के भाग्य व भविष्य को नई दिशा दी।
5) 1947 में भारत से मिट गया था नामोनिशान, नामीबिया से ग्वालियर लाए गए 8 चीते; PM मोदी कूनो में किया स्वागत।
6) चीतों की भारत वापसी पर PM मोदी ने कहा- हमने तैयार किया चीता एक्शन प्लान, दशकों से नहीं हुए थे सार्थक प्रयास।
7) जन्मदिन के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कूनो नेशनल पार्क में छोड़े चीते, 70 साल बाद हुई वापसी।
8) स्वयं सहायता समूह सम्मेलन में बोले पीएम मोदी मैं जन्मदिन पर मां के पास नहीं जा सका, लेकिन आदिवासी अंचल की लाखों माताएं मुझे आशीर्वाद दे रही हैं।
9) चीते वापसी पर शुरू हुई राजनीति, जयराम रमेश बोले- आज पीएम द्वारा किया गया तमाशा अनुचित है।
10) भारतीय वायुसेना की ताक़त में होगा इज़ाफ़ा, 3 अक्टूबर को जोधपुर में हल्के लड़ाकू हेलीकाप्टर बेड़े में होंगे शामिल।
11) वोट बैंक राजनीति के कारण हैदराबाद मुक्ति दिवस मनाने का किसी ने नहीं दिखाया था साहस- अमित शाह।
12) चीन ने फिर दिया भारत को धोखा ! पाकिस्तानी आतंकवादी साजिद मीर को ब्लैक लिस्ट करने से रोका, मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड है मीर।
13) 20 सपने जो मोदी ने सच कर दिखाए: डोभाल ने बताया- चीन से छुड़ाए 1500 सैनिक, शाह बोले- मिस्ड कॉल से भाजपा को दी संजीवनी।
14) हैदराबाद में अमित शाह की सुरक्षा में चूक: गृह मंत्री के काफिले के आगे TRS नेता ने लगाई कार, फिर कहा- गलती से रुकी थी
15) महाराष्ट्र: ‘गुजरात पाकिस्तान नहीं है’, वेदांता-फॉक्सकॉन डील पर फडणवीस ने किया विपक्ष पर पलटवार।
16) मानसून सीजन का यह आखिरी हफ्ता.. लेकिन देश के कुछ हिस्सों में पूरे सितंबर बारिश का अनुमान।
17) 09 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई ‘ब्रह्मास्त्र’ बॉक्स ऑफिस पर छाई हुई है. फिल्म वीकेंड से लेकर वीकडे तक अच्छी कमाई कर रही है. फिल्म जल्द ही 200 करोड़ के क्लब में शामिल होने वाली है।
Tct विस्तृत : महिला ने संदिग्ध परिस्थतियों में लगाई फांसी, पुलिस जांच में जुटी
अबोहर: गांव किल्ल्यांवाली गांव में एक महिला द्वारा संदिग्ध अवस्था में फांसी लगाए जाने की सूचना है।
महिला की पहचान पुष्पा पत्नी धर्मपाल मेघवाल के रूप में हुई है। सूचना मिलते ही एसपी डी स. गुरविन्द्र सिंह संघा पुलिस टीम सहित जांच के लिए मौके पर पहुंच गए हैं।
महिला का मायका चुुहड़ीवाला धन्ना में है, मायके पक्ष के लोग भी मौके पर पहुंच गए है।
वहीं शव को लेने के लिए मौके पर नर सेवा नारायण सेवा समिति के सोनू ग्रोवर अपनी टीम सहित मौके पर पहुंच गए है।
2)बाबा रामदेव का बयान- 5 साल में ₹1 लाख करोड़ पहुंचेगा पतंजलि का टर्नओवर, ‘स्वदेशी भारत’ में भी करेंगे योगदान, आयुर्वेद को वैश्विक स्तर तक करेंगे मजबूत, विरोधियों पर बरसे
बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि ग्रुप ऑफ कंपनीज की आज दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई. बाबा रामदेव ने इस दौरान पतंजलि ग्रुप की 4 कंपनियों के इनिशियल पब्लिक ऑफर का ऐलान किया. बाबा ने अगले 5 सालों में कंपनी का टर्नओवर 1 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचाने की बात भी कही.
कंपनी ‘स्वदेशी भारत’ के टारगेट को पूरा करने में भी अहम योगदान देगी. बाबा रामदेव ने दावा किया कि आने वाले 5 सालों में पंतजलि ग्रुप ऑफ कंपनीज का टर्नओवर 1 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचेगा. फिलहाल कंपनी का टर्नओवर 40 हजार करोड़ रुपए है.
उत्तराखंड में पब्लिक हेल्थ इम्प्रूव करने के उद्देश्य से पतंजलि योगपीठ वहां एक हजार करोड़ रुपए इन्वेस्ट करेगी. इसी इन्वेस्टमेंट से राज्य के कल्चर को भी प्रमोट किया जाएगा. नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनिरिंग के साथ पतंजलि राज्य की हर्बल मेडिसिन को डिस्कवर कर नए एक्सपेरिमेंट करेगी.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बाबा ने ‘विजन एंड मिशन 2027’ के तहत पंतजलि ग्रुप ऑफ कंपनीज की 5 बड़ी प्राथमिकताओं के बारे में बताया. इन 5 सालों में ग्रुप की 4 कंपनियां- पंतजलि आयुर्वेद, पंतजलि मेडिसिन, पतंजलि वेलनेस और पतंजलि लाइफस्टाइल का IPO आएगा. बाबा रामदेव के नेतृत्व वाली पतंजलि फूड्स अभी एकमात्र शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनी है. हालांकि, इस कंपनी का IPO रामदेव की अगुवाई में नहीं आया था. कुछ माह पहले तक रुचि सोया के नाम से लिस्टेड इस कंपनी को पतंजलि आयुर्वेद ने 2019 में 4,350 करोड़ रुपए में खरीद लिया था. यह कंपनी पहले से ही शेयर बाजार में लिस्टेड थी.
प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने फरवरी 2015 में योग से जुड़े चैरिटेबल ट्रस्ट की आय को सर्विस टैक्स के दायरे से बाहर कर दिया. इसका क्रेडिट रामदेव को दिया गया. 2017 की राएटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक मोदी के सत्ता में आने के बाद राज्य सरकारों के साथ लैंड डील में पतंजलि को 336 करोड़ रुपए की रियायत दी गई है. पतंजलि ने करीब 2 हजार एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया. इससे कंपनी के रेवेन्यू में तेजी से इजाफा हुआ. 2013-14 में कंपनी का मुनाफा 1,184 करोड़ था जो 2020-21 में बढ़कर 26 हजार 400 करोड़ रुपए पर पहुंच गया..
3) 17 दिन में दुनिया के दूसरे अमीर कारोबारी बने अडाणी, अब केवल एलन मस्क ही उनसे आगे, पहली बार कोई एशियाई फोर्ब्स बिलेनियर्स इंडेक्स के टॉप-2 में हुआ शामिल
भारतीय अरबपति गौतम अडाणी 154.7 अरब डॉलर यानी करीब 12.34 लाख करोड़ रुपए की नेटवर्थ के साथ दुनिया के दूसरे सबसे अमीर कारोबारी बन गए हैं. फोर्ब्स की रियल टाइम बिलेनियर्स लिस्ट के मुताबिक फ्रांस के बर्नार्ड अरनॉल्ट को पछाड़कर गौतम अडाणी ने ये मुकाम हासिल किया है. यह पहली बार है, जब कोई एशियाई फोर्ब्स बिलेनियर्स इंडेक्स के टॉप-2 में शामिल हुआ है.
गौतम अडाणी अब रैंकिंग में केवल एलन मस्क से पीछे हैं. टेस्ला के फाउंडर एलन मस्क 21.83 लाख करोड़ यानि 273.5 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ लिस्ट में पहले नंबर पर हैं. बर्नार्ड अरनॉल्ट 12.27 लाख करोड़ यानी 153.8 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ तीसरे और जेफ बेजोस 11.95 लाख करोड़ यानी 149.7 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ लिस्ट में चौथे नंबर पर हैं.
एशिया के सबसे रईस व्यक्ति अडाणी के अलावा रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी फोर्ब्स की टॉप-10 लिस्ट में शामिल होने वाले दूसरे भारतीय हैं. 7.35 लाख करोड़ यानी 92.1 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ मुकेश अंबानी दुनिया के 8वें सबसे अमीर आदमी हैं.
17 दिन पहले अडाणी दुनिया के तीसरे सबसे अमीर कारोबारी बने थे. अडाणी ने अकेले 2022 में अपनी नेटवर्थ में 78.2 बिलियन डॉलर जोड़े हैं. ये किसी भी कारोबारी से 5 गुना ज्यादा है. उन्होंने पहली बार फरवरी में रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी को सबसे अमीर एशियाई के रूप में पीछे छोड़ा था..
4)….चार आतंकियों को सजा का एलान, 2 को उम्रकैद, 2 को 10 साल कैद की सजा, सेंधवा ATS ने किया था गिरफ्तार
भोपाल। जिला न्यायालय में शुक्रवार को एनआईए की स्पेशल कोर्ट ने सिमी आतंकियों को सजा सुनाई. इन आतंकियों को 2013 में मध्यप्रदेश के सेंधवा बार्डर पर एनआईए ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया था. ये आतंकवादी काफी समय से भोपाल सेंट्रल जेल में बंद थे. आज इनकी सजा का ऐलान किया गया. इसमे सिमी के चार आतंकवादियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. पुलिस आज केवल दो आतंकियों को भारी सुरक्षा के बीच पेशी पर कोर्ट लाई थी बाकी दो आरोपी जेल में ही थे.
2 को उम्रकैद 2 को 10 साल कारावास: साल 2013 में सेंधवा से गिरफ्तार सिमी के 2 आतंकवादियों को उम्रकैद जबकि 2 आतंकियों को 10 साल कारावास की सजा सुनाई गई है. सिमी के चार आतंकियों में सिमी का मास्टर माइंड अबू फजल भी शामिल है. इस पूरे मामले में कोर्ट ने आतंकी उमर औऱ सादिक को तिहरे आजीवन कारावास का दंड दिया गया. धारा-16 औऱ 4/5 यूएपीए एक्ट के तहत इन आतंकियों ट्रिपल उम्रकैद की सजा सुनाई गई है.
खंडवा जेल से फरार हो गए थे आतंकी: इस पूरे मामले में एडीपीओ विक्रम सिंह ने बताया कि यह सभी आरोपी खंडवा जेल में बंद थे और खंडवा जेल से ये लोग फरार हो गए थे. उस समय आईजी एटीएस शमी को सूचना मिली थी कि यह लोग जेल से फरार होकर सेंधवा और बड़वानी बॉर्डर पर पहुंचने वाले हैं. उन्होंने तत्काल एटीएस की टीम को वहां रवाना किया वहां 23 और 24 दिसंबर 2013 की दरमियानी रात को एटीएस को इनका मूवमेंट मिला था जिसमें खालिद अहमद, इरफान नागौरी और अबु फजल तीनों के साथ मुठभेड़ हुई थी जिसके बाद एटीएस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया था.
शोलापुर से गिरफ्तार हुआ था एक आतंकी: गिरफ्तार किए गए आतंकियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि इनके पास जो विस्फोटक का वह सादिक नाम के व्यक्ति को दिया था. सादिक सोलापुर का रहने वाला है. उसके बाद एटीएस ने आगे की कार्रवाई करते हुए सोलापुर पहुंचकर सादिक को गिरफ्तार किया. सादिक ने बताया कि विस्फोटक उमर दंडोति के पास है और जब उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तब उसके पास से जिलेटिन की छड़ें, टाइम बम, पिस्टल भी जब्त की थी. इसके बाद एटीएस ने इस मामले में अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी की पुलिस ने इस पूरे मामले में 9 लोगों के खिलाफ चालान पेश किया था. इसमें से कुछ आरोपी एनकाउंटर में मृत हो गए थे. उसके अलावा बचे हुए आरोपियों को कोर्ट ने आज सजा सुनाई है.सजा का ऐलान होने के बाद पुलिस ने दोनों आतंकियों उमर औऱ सादिक को कोर्ट से गिरफ्तार कर लिया. वहीं इमरान नागौरी औऱ अबू फजल पहले से जेल में बंद हैं. दोनों आतंकियों को मेडिकल कराए जाने के बाद सेंट्रल जेल भेज दिया गया है।.
5) दुनिया के 34.50 करोड़ लोगों पर मंडरा रहा भुखमरी का खतरा: संयुक्त राष्ट्र
नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक डेविड बेस्ली ने गुरूवार को कहा कि दुनिया वैश्विक स्तर पर अप्रत्याशित आपात स्थिति से जूझ रही है और 34.50 करोड़ लोग भुखमरी की ओर बढ़ रहे हैं. वहीं यूक्रेन युद्ध समाप्त होने तक सात करोड़ और लोगों पर भुखमरी का खतरा मंडराने लगेगा. बेस्ली ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि एजेंसी जिन देशों में सक्रिय है और उनमें से 82 देशों में 34.50 करोड़ लोग गंभीर खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि यह संख्या 2020 में कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के आने से पहले की तुलना में ढाई गुना अधिक है. डेविड ने कहा कि यह अत्यंत चिंताजनक है कि इनमें से 45 देशों में पांच करोड़ लोग अत्यंत गंभीर कुपोषण के शिकार हैं और अकाल की कगार पर खड़े हैं. बेस्ली ने बढ़ते संघर्ष, महामारी के आर्थिक प्रभाव, जलवायु परिवर्तन, ईंधन की बढ़ती कीमतों और यूक्रेन में युद्ध की ओर इशारा करते हुए कहा कि ‘भुखमरी की लहर अब भुखमरी की सुनामी बन गई है’
उन्होंने कहा कि रूस के 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला करने के बाद से खाद्य वस्तुओं, ईंधन एवं उर्वरकों की कीमत बढ़ने से सात करोड़ लोग भुखमरी की ओर बढ़ रहे हैं. बेस्ली ने कहा कि रूस द्वारा अवरुद्ध किए गए तीन काला सागर बंदरगाहों से यूक्रेनी अनाज को भेजने की अनुमति देने के संबंध में जुलाई में हुए समझौते और रूसी उर्वरकों को वैश्विक बाजारों में वापस लाने के निरंतर प्रयासों के बावजूद इस साल कई जगहों पर अकाल पड़ने का वास्तविक जोखिम है.
डेविड बेस्ली ने कहा कि ‘यदि हमने ठोस कदम नहीं उठाए तो 2023 में वर्तमान खाद्य मूल्य संकट जल्द खाद्य उपलब्धता संकट में बदल सकता है.’ संयुक्त राष्ट्र के मानवतावादी कार्यों के प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स ने सोमालिया और अफगानिस्तान में खाद्य संकट को लेकर सचेत किया।.
6) ना-ना करते नीतीश संजोने लगे सपने ? अब तो प्रधानमंत्री स्तर के वादे करना भी शुरू कर दिए, केजरीवाल की भी तैयारी जोर-शोर पर
नीतीश कुमार का प्रधानमंत्री पद का मोह फिर उठ खड़ा हुआ है. वे कहते हैं हम प्रधानमंत्री पद की होड़ में नहीं हैं. हम तो बिखरे विपक्ष को एक करने में अपनी ताकत झोंक रहे हैं. दूसरी तरफ ताजातम बयान में उन्होंने कहा कि 2024 के चुनाव में विपक्षी दलों की सरकार बनती है और हमारा गठबंधन भी अच्छी सीटें जीतता है तो छोटे तमाम राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा जरूर देंगे.
इसका मतलब सीधा-सा यह है कि प्रधानमंत्री बनने की उनकी इच्छा फिर बलवती हो रही है. अंकुर तो बहुत पहले फूट चुके थे, अब फसल लहलहाने का दौर चल रहा है. 2024 के करीब आते- आते पद प्रेम अपने चरम पर पहुँच चुका होगा. हालाँकि, उनके रास्ते में अभी कई काँटे हैं.
केजरीवाल की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. हो सकता है कल को उनकी आप पार्टी तीन या चार राज्यों में सरकार बना ले तो भाजपा के बाद पहला दावा उनका बन जाएगा. उधर राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर निकल पड़े हैं और उन्हें अच्छा- ख़ासा समर्थन भी मिल रहा है. ऐसे में नीतीश कुमार कहाँ आएँगे यह तो भविष्य ही बताएगा. हालांकि, जहां तक उम्मीद है, गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनावों के बाद तस्वीर बहुत कुछ साफ हो ही जाएगी.
जहां तक कम्युनिस्टों का सवाल है, वे इस होड़ में कहीं भी नहीं आते. हरकिशन सिंह सुरजीत के बाद कम्युनिस्टों में सीताराम येचुरी ही कहीं-कहीं दिखाई या सुनाई देते हैं. उनके अलावा कोई नहीं. कहाँ एक दौर था जब देशभर में 55 से 65 के बीच लोकसभा सीटें कम्युनिस्टों के पास हुआ करती थीं और वे जिसकी चाहें सरकार बनवाने और जिसकी चाहें सरकार गिरवाने की स्थिति में होते थे. आज कहीं भी नहीं हैं. हालाँकि, इसके लिए वे खुद ही जिम्मेदार हैं.
भारतीय राजनीति में वामपंथ के सोवियत संघ (अब पूर्व) और चीन के प्रति झुकाव ने कई कड़वे अनुभव भी खड़े किए. पहले हिटलर के सोवियत पर हमले ने कड़े अनुभव दिए और बाद में 1941 में द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान “पितृभूमि खतरे में” का हल्ला खड़ा कर भारतीय कम्युनिस्टों ने कहा जाता है कि अंग्रेज शासकों से दोस्ती गाँठी और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को झटका देने से भी नहीं चूके थे.
इसके बाद कहा जाता है कि आत्मनिर्भर के अधिकार संबंधी स्टालिन की अवधारणा के तहत वे मुस्लिम लीग की धर्मांध माँग को भी तर्कसंगत बताते रहे. 1962 के चीनी आक्रमण के समय भी बीजिंग का समर्थन कर उन्होंने राष्ट्रवादी भावनाओं को कहीं न कहीं झकझोरा था. हालाँकि, अब दौर बदल चुका है और कम्युनिस्टों में अब इतनी भी ताक़त नहीं बची कि वे किसी पक्ष में होकर उसे फायदा पहुँचा सकें. बहरहाल, नीतीश कुमार, येचुरी को भी साथ लेकर चल रहे हैं. आखिर गिरते को तिनके का सहारा. चार-पाँच सीटों की मदद भी कम थोड़े ही होती है..
7) पंजाब के मोहाली से बड़ी खबर
60 लड़कियों का वीडियो बनाकर किया गया वायरल, लड़कियों का नहाते वक्त का वीडियो किया गया वायरल, मोहाली के एक नामी प्राइवेट यूनिवर्सिटी का मामला…
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जानकार सूत्रों से खबर कुछ लड़कियों ने की आत्महत्या की कोशिश: सूत्र