*नई_सरकार_के_नये_रिकॉर्ड*लेखक महेंद्र नाथ सोफत पूर्व मंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार*
23 दिसंबर 2022- (#नई_सरकार_के_नये_रिकॉर्ड)-
अभी नई सरकार बने केवल दो ही सप्ताह हुए है। इसलिए अभी उस पर कोई टिप्पणी करना सही नहीं होगा। कांग्रेस के नेता राजनैतिक विश्लेषकों और विरोधपक्ष के नेताओं को थोड़ा धैर्य रखने की सलाह दे रहे है। उनकी बात सही है कि अभी तो नई सरकार न तो अपनी जीत का उत्सव मना सकी है और न ही उन मतदाताओं का आभार जता सकी है जिनके जनादेश से वह सत्ता मे आए है। दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने मंत्रीमंडल का विस्तार नहीं कर पाए है। हिमाचल के रिकॉर्ड मे यह पहली बार होगा दो सदस्यीय मंत्रीमंडल ही दो सप्ताह से काम कर रहा है। मंत्रीमंडल के विस्तार न करने के लिए मुख्यमंत्री जी की अस्वस्थता एक उचित कारण है, लेकिन यह भी हिमाचल के रिकॉर्ड मे पहली बार दर्ज होगा कि छोटे हिमाचल प्रदेश मे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकेश अग्निहोत्री को उप-मुख्यमंत्री का पद दिया गया है। ऐसा करना निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री जी की राजनैतिक मजबूरी रही होगी।
स्मरण रहे कि मुकेश अग्निहोत्री मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार थे। नई सरकार ने पिछली सरकार के कार्यकाल मे खोले गए सैंकड़ो संस्थानो की अधिसूचना रद्द करने के आदेश कर दिए है। यह बात भी रिकॉर्ड मे दर्ज करने योग्य है कि इन अधिसूचनाओं को रद्द करने की अनुमति मंत्रीमंडल से नहीं ली गई है। मेरी जानकारी के अनुसार भाजपा सरकार ने यह संस्थान मंत्रीमंडल की मंजूरी के बाद खोले थे। मेरी समझ के अनुसार इनको रद्द करने की मंजूरी भी मंत्रीमंडल द्वारा प्रदान की जानी चाहिए थी। खैर इस पर कानून के जानकार बेहतर प्रकाश डाल सकते है। अब मीडिया और सोशल नेटवर्किंग की रिपोर्ट के अनुसार मंत्रीमंडल का शीघ्र विस्तार होने जा रहा है लेकिन तीन दशक मे पहली बार रिकॉर्ड मे यह बात दर्ज होगी कि नये मंत्रीमंडल में कोई भी महिला मंत्रीमंडल की सदस्य नहीं होगी, क्योंकि कांग्रेस विधायकदल मे कोई भी महिला विधायक नहीं है। स्मरण रहे कि 2022 के विधानसभा चुनावों मे केवल एक महिला विधायक बनी है वह पच्छाद का प्रतिनिधित्व करती है और भाजपा से संबंध रखती है। अब राजनैतिक विश्लेषकों को मंत्रीमंडल के विस्तार, मंत्रीमंडल की पहली बैठक और पहली बैठक मे होने वाले निर्णयों का इतंजार है।
#आज_इतना_ही कल फिर मिलते है नई कड़ी के साथ।