*हिमाचल_सरकार_की_कर्मचारी_चयन_आयोग_पर_कार्यवाई , लेखक :महेंद्र नाथ सोफत पूर्व मंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार*
28 दिसंबर 2022- (#हिमाचल_सरकार_की_कर्मचारी_चयन_आयोग_पर_कार्यवाई)–
नई सरकार नये साल से पहले एक्शन मोड मे नजर आई। कर्मचारी चयन आयोग मे पेपर लीक को लेकर सरकार सख्त। मुख्यमंत्री जी के आदेश पर सचिव, उप-सचिव हटाए गए और कर्मचारी चयन आयोग को निलंबित कर दिया गया है। हिमाचल प्रदेश मे भर्तियां पहले से सवालो के घेरे मे है। स्मरण रहे हिमाचल मे पुलिस भर्ती घोटाला भी हो चुका है। जिसमे करोड़ों के लेन-देन और सैंकड़ो लोगो की संलिप्तता सामने आई थी। खैर अब पुलिस भर्ती घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है। कर्मचारी आयोग का जे.ओ.ए आई.टी की परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। यह परीक्षा 25 दिसंबर को होनी थी। हिमाचल के मुख्यसचिव के अनुसार इसके अलावा कम्यूटर आप्रेटर और जूनियर ऑडिटर्स के पेपर लीक होने की भी सूचनाएं है। कर्मचारी चयन आयोग के निलंबन आदेशों मे जो मुख्य सचिव द्वारा जारी किए गए है मे कहा गया है कि कुछ समय से आयोग मे भ्रष्टाचार चल रहा है और गैर कानूनी कार्य मे आयोग के कर्मचारी संलिप्त रहे है। फिलहाल पेपर लीक कांड की मुख्य आरोपी ऊमा आजाद वरिष्ठ अधीक्षक विजिलेंस की कस्टडी मे चल रही है, लेकिन आयोग के निलंबन के बाद सारा आयोग जांच की परिधि मे आ गया है। सरकार की इस कार्रवाई का अभिनंदन है।
मै सरकार का ध्यान कर्मचारी चयन आयोग और लोक सेवा आयोग के अध्यक्षों और सदस्यों की नियुक्तियों की ओर आकर्षित करना चाहूंगा। मेरी जानकारी के अनुसार इन लोगों की नियुक्तियों के लिए न कोई नियमावली है और न ही प्रक्रिया है। लोक सेवा आयोग के सदस्यों और अध्यक्षों की नियुक्ती के लिए कुछ दिशा-निर्देश उच्च न्यायालय ने जरूर दे रखे है, लेकिन उसका कितना पालन हुआ है उस पर जानकारी के आभाव मे टिप्पणी नहीं की जा सकती है। प्रथम दृश्य मे अवलोकन करने पर समझ आता है कि यह नियुक्तियां सरकार के मुखिया द्वारा अपने विवेक से कर दी जाती है और अधिकतर इन पोस्टो को पाने वाले सत्तारूढ़ दल के नजदीकी लोग होते है। मेरे विचार मे अगर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुख्खू वास्तव मे इन दोनों संस्थानों मे मूलभूत सुधार करने का इरादा रखते है तो कर्मचारी चयन आयोग और लोक सेवा आयोग के सदस्यों और इनके चेयरमैन की नियुक्ती के लिए पारदर्शी चयन प्रक्रिया बनाने की पहल करें और ऐसी प्रक्रिया हो जिससे योग्य व्यक्ति ही इन पदों पर आसीन हो। मेरी समझ मे जब इन महत्वपूर्ण संस्थानो का नेतृत्व योग्य लोगों के पास होगा तो इनमे निश्चित तौर पर सुधार भी होगा और भ्रष्टाचार पर लगाम भी लगेगी।
#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते है।