धार्मिक

*गोलोक एक्सप्रेस में आइए दुख दर्द भूल जाइए एबीसीडी की भक्ति में लीन होकर नित्य आनंद पाइए*

tct

प्रिय पाठको
पिछले लेख मे हमने आध्यात्मिक जीवन के चार स्तंभ में से प्रथम स्तंभ सत्संग के बारे में चर्चा की थी और आज हम online सत्संग के लाभ के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे | सत्संग हमारे जीवन में संतुलन बनाने में किस प्रकार सहयोग करता है खासकर ऑनलाइन सत्संग के क्या फायदे हैं, के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे|
सत्संग हमारे जीवन को निर्मल और पवित्र बनाता है| यह मन के पतित विचारों व पापों को दूर करता है| सत्संग श्रवण करने से प्रभु श्री हरि से हमारा संबंध मजबूत होता है और हमें असीम शांति अनुभव होती है | मन के समस्त विकार नष्ट होते हैं, परमात्मा से प्रेम होता है |हम परमात्मा द्वारा बनाए हुए सिद्धांतों का अनुसरण करने लगते हैं| सत्संग से ही बुद्धि और विवेक जागृत होता है| इसलिए मनुष्य जितनी अधिक मात्रा में सत्संग श्रवण करते हैं , उतना ही हमारी विचारों में पवित्रता आती है | हमारी आसुरी गुण कम होने लगते हैं और दिव्य गुण आसुरी गुणों पर हावी होते हैं| हमें मनुष्य जीवन 8400000 योनियों में धक्के खा कर मिलता है, हमें इसका भरपूर लाभ लेना चाहिए और दिव्य कर्म करते हुए सत्संग साधना सेवा और सदाचार को अपने जीवन में अपनाना चाहिए | मनुष्य जीवन का प्रथम और अंतिम लक्ष्य गोलोकधाम होना चाहिए| जिसे प्राप्त करने के लिए सत्संग प्रथम सीढ़ी है|
परंतु आधुनिक युग की भाग दौड़ भरी जिंदगी में किसी भी इंसान के पास इतना वक्त नहीं होता कि वह रोज-रोज साधु महात्माओं के सत्संग में शामिल हो पाए और ऐसे सत्संग रोज-रोज होते भी नहीं है| वर्ष में या फिर बहुत ज्यादा हो तो महीने में एक बार ही ऐसे सत्संग का आयोजन कहीं पर होता है |
जिसमें कोई भी इंसान प्रतिदिन शामिल नहीं हो सकता| जबकि ऑनलाइन सत्संग सबको आकर्षित करते हैं क्योंकि इसमें आने जाने का समय भी बचता है और आने जाने में किराया भी नहीं लगता है जिससे पैसे की काफी बचत होती है और जब हम किसी सत्संग में जाते हैं , तो वहां हमें चढ़ावा भी चढ़ाना नहीं पड़ता है | सत्संग में जाने के लिए वक्त की भी बहुत बचत होती है क्योंकि जब हम कहीं जाते हैं तो हमें तैयार होने में भी काफी वक्त लगता है और घर से सत्संग स्थल में पहुंचने के लिए भी हमें किसी बस टैक्सी या फिर अपने पर्सनल vehicle का इस्तेमाल करना पड़ता है जबकि ऑनलाइन सत्संग में हमें तैयार नहीं होना पड़ता है और हम घर में काम करते हुए , पूरा परिवार इकट्ठे बैठकर सत्संग श्रवण कर सकते हैं जिससे परिवार के सदस्यों में सामंजस्य का भाव भी उत्पन्न होता है| कई लोग अस्वस्थ होते हैं जो कि कहीं आ जा नहीं सकते हैं | वह भी घर बैठे- बैठे सत्संग श्रवण कर सकते हैं | ऑनलाइन सत्संग में पुरुष जो कि ऑफिस में होते हैं फ्री टाइम में भी सत्संग सुन सकते हैं | घरेलू औरतें अपने बाल बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल करते हुए अपने वक्त के अनुसार ऑनलाइन सत्संग का भरपूर फायदा उठा सकती हैं और ऑनलाइन सत्संग पर्यावरण के अनुकूल होते हैं क्योंकि physical सत्संग जिसमें 300 -400 लोग शामिल होते हैं जाहिर है वह किसी न किसी वाहन का प्रयोग अवश्य करेंगे और हवा तो प्रदूषित होगी ही होगी और इतने लोगों को बिट्ठाने के लिए भी प्रबंध करना मुश्किल होता है| जबकि ऑनलाइन सत्संग मे यह समस्याएं बिल्कुल नहीं आती है | ऑनलाइन सत्संग में फोकस का स्तर भी काफी अच्छा होता है, क्योंकि हमारा पूरा ध्यान सत्संग में ही केंद्रित होता है जबकि फिजिकल सत्संग में हम अपना पूरा ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं और ऑनलाइन सत्संग हम प्रतिदिन लगा सकते हैं जिससे कि नियमितता बनी रहती है | जोकि आध्यात्मिकता के पथ पर आगे बढ़ने के लिए आवश्यक है | सत्संग हमारी जीवन रूपी अभिक्रिया में एक उत्प्रेरक का काम करता है , जिसकी अनुपस्थिति में सब कुछ होने के बावजूद हमारा भक्ति मय जीवन निष्क्रिय ही रहता है, हम जब तक इसे अपने जीवन का एक अहम हिस्सा ना बना दे जैसी किसी के नाम के आगे श्री शब्द का उपयोग करके उसके संबोधन को सुंदर बनाया जा सकता है, ठीक उसी प्रकार अगर हम अपनी दिनचर्या की शुरुआत सत्संग श्रवण से करें, तो उसे अत्यंत सुंदर और मनभावन बनाया जा सकता है | हमारा पूरा दिन सकारात्मक ऊर्जा से भरा रहता है, जिससे हम अपने कार्यस्थल पर भी बेहतर काम कर सकते हैं |
अगर आप भी हमारी तरह घर बैठे बैठे सत्संग श्रवण कर अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं , तो यूट्यूब पर गोलोक एक्सप्रेस चैनल को सब्सक्राइब कीजिए , आपको सोमवार से शुक्रवार सुबह 5:30 a .m.से लाइव सत्संग मिलेगा , जिसमें सोमवार को महान कवियों द्वारा रचित दोहों की व्याख्या की जाती है, मंगलवार को रामायण की कथा तथा बुधवार, वीरवार और शुक्रवार को श्रीमद्भागवत गीता का अध्ययन करवाया जाता है तथा शनिवार और रविवार को रात 8:00 बजे समग्र शिक्षा के ऊपर सत्संग करवाया

जाता है | आप फेसबुक पर भी गोलोक एक्सप्रेस पेज पर जाकर सत्संग का लाभ उठा सकते हैं तथा 701 802 6121 पर भी संपर्क करके अपने वक्त और सुविधा अनुसार घर बैठे बैठे श्रीमद्भागवत गीता का अध्ययन कर सकते हैं|

गोलोक एक्सप्रेस में आइए दुख दर्द भूल जाइए एबीसीडी की भक्ति में लीन होकर नित्य आनंद पाइए 🙏🙏🙏

https://youtu.be/WOW4UOjGIIU

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button